यमराज ने कहा ऊपर देखो और हमारे बेडरूम में जाओ

तमाम सारे विकसित और स्वयंभू आका बने देशों के महानुभावों की आत्मायें यमलोक का विचरण कर रही थी। घूमते-टहलते वे यमराज के कार्यालय में पहुँची। वहाँ देखा कि संसार के सभी देशों के नाम लिखी घड़ियाँ टँगी हुई हैं और सभीकी सुईयाँ अलग-अलग रफ्तार से घूम रही हैं।

ये देखकर अमेरिका के महानुभाव की आत्मा ने कहा कि ऐसा क्यों?

यमराज बोले कि ये घड़ियाँ समय नहीं बताती हैं बल्कि उस देश में भ्रष्टाचार, बेईमानी और अपराध की रफ्तार बताती हैं।

सभी बड़े देशों की आत्माओं ने अपने-अपने देश की घड़ियों की रफ्तार को जाँचा-परखा। किसी की धीमे तो किसी की बहुत तेज चल रही थी। तभी उनको ध्यान आया कि वहाँ भारत और पाकिस्तान की घड़ी नहीं है।

यह देखकर आत्माओं ने यमराज से सवाल किया कि महाराज ये तो पक्षपात है। भारत और पाकिस्तान में तो जबरदस्त भ्रष्टाचार है, अपराध है, बेईमानी है, इसके बाद भी उन देशों की घड़ी नहीं?

यमराज ने कहा ऊपर देखो और हमारे बेडरूम में जाओ। पाकिस्तान की घड़ी यहाँ और भारत की घड़ी वहाँ पंखे का काम कर रही है।

पति की चिंता ...(चुटकुला)

एक स्त्री को डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया. शवयात्रा निकली जाने लगी, रास्ते में महिला की अर्थी खम्बे से टकरा गई...


टकराने के कारण से महिला का शव सड़क पर गिर पड़ा और तभी उस महिला की साँस लौट आई. वो जीवित हो उठी. सब ख़ुशी-ख़ुशी उसे लेकर घर वापस आ गए.

लगभग तीन साल बाद फिर उस महिला का देहांत हो गया. अबकी शवयात्रा निकाले जाने पर सभी शामिल लोग बोल रहे थे "राम-नाम सत्य है, राम-नाम सत्य है"

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और उस महिला का पति कहता जा रहा था - "खम्बा बचा के, खम्बा बचा के."

पुलिस की परीक्षा -- शेर की खोज

एक बार दक्षिण अफ्रीका के घने-भयानक जंगलों में पुलिस की परीक्षा रखी गई....विश्व के उन सभी देशों के पुलिस वाले उसमें शामिल हुए जो अपनी कार्य-प्रणाली को सर्वोत्तम मानते थे. भारतीय पुलिस भी उसमें शामिल हुई.

परीक्षा के तौर पर सभी देशों के पुलिस वालों को एक-एक करके जंगल के भीतर जाना था और उसमें से एक चिन्हित शेर को पकड़ के लाना था.

परीक्षा करवाने वाली संस्था ने शेर को छोड़ा और कुछ घंटे बाद अमेरिका की पुलिस को अन्दर भेजा गया>>>>>>>>अमेरिकी पुलिस ने लगभग दस घंटों के बाद शेर को पकड़ लिया और संस्था को सौंप दिया.

इसके बार शेर फिर छोड़ा गया>>अबकी ब्रिटेन के पुलिस वाले अन्दर गए और लगभग आठ घंटे बाद उस शेर को पकड़ लाये...

इसी तरह से तमाम देश आते रहे....अपनी-अपनी क्षमता के हिसाब से समय लगा कर शेर को पकड़ के लाते रहे....फिर बारी आई भारतीय पुलिस की...........

शेर छोड़ा गया...भारतीय पुलिस दल से अन्दर जाने को कहा गया...तो एक अधिकारी ने कहा कि इतने से काम के लिए पूरी फ़ौज की जरूरत नहीं...ये काम हमारे दरोगा जी और दो सिपाही ही कर लेंगे...

संस्था के अधिकारीयों ने बहुत मना किया पर भारतीय अधिकारी न माने>>>एक दरोगा और दो सिपाहियों के साथ शेर को खोजने जंगल में घुस गए.

समय बीतना शुरू हुआ...दस घंटे बीते, पंद्रह घंटे बीते, बीस घंटे बीते, एक दिन निकल गया तो सभी को चिंता होने लगी...

चूंकि एक देश ने पूरे पच्चीस घंटे का समय लिया था तो इतना समय बीत जाने के बाद संस्था के सुरक्षा दल के लोग भारतीय पुलिस जवानों की जांच में जंगल में गए...

अभी वे एक किलोमीटर ही चले होंगे और देखा कि एक पेड़ के नीचे दरोगा जी सो रहे हैं और दूसरे पेड़ के नीचे दोनों सिपाही बैठे तम्बाकू घिसने में लगे हैं.

सुरक्षा दल के अधिकारी ने कहा कि क्या हुआ, शेर नहीं खोजा?

एक सिपाही ने दरोगा जी को जगाया तो वे बोले, खोज तो लिया, ये देखो बाँध भी रखा है.

अधिकारियों ने उस तरफ देखा तो वहां एक हिरन को बंधा पाया. अधिकारी बोला, ये तो हिरन है......

दरोगा जी बोले, नहीं जी, ये शेर ही है....

अधिकारी अपनी बात पे अड़े रहे और दरोगा जी अपनी बात पे....जब बहुत देर हो गई तो दरोगा जी बोले ठीक है हमारी बात का भरोसा नहीं तो खुद इसी से पूछ लो कि ये क्या है.

इतना कहने के साथ ही दरोगा जी ने एक डंडा हिरन को जड़ दिया और चिल्लाये, क्यों बे! कौन हे तू? जल्दी बोल वर्ना....!!

हिरम मिमिया कर बोला, हुजूर, मैं शेर हूँ..............

जवाब सुनकर दरोगा जी और दोनों सिपाही अपनी-अपनी मूंछ पे ताव देने लगे....

भिखारी का प्रेम-प्रस्ताव

एक भिखारी ने एक लड़की के सामने प्रेम-प्रस्ताव रखा।


लड़की गुस्से से बोली=तुम्हारा प्रेम-प्रस्ताव मानने से बेहतर है कि मैं आत्महत्या कर लूँ।


भिखारी=कमबख्त मर जायेगी पर किसी गरीब के काम नहीं आएगी.



सुखी वैवाहिक जीवन जीने का असली राज....

एक आदमी ने दूसरे आदमी से पूछा कि तुम्हारे सुखी वैवाहिक जीवन का राज क्या है? तुम्हें कभी आपस में लड़ते भी नहीं देखा।


दूसरा आदमी=हम दोनों एक दूसरे की सभी बातें मान लेते हैं.

पहला आदमी=मतलब...???

दूसरा आदमी=मेरी बीवी मेरी बड़ी-बड़ी बातों को मान लेती है और मैं उसकी छोटी-छोटी बातों को मान लेता हूँ.

पहला आदमी=जैसे...???

दूसरा आदमी=मैं कहता हूँ कि जन लोकपाल बिल ज्यों का त्यों पारित होगा..वो मान लेती है. मैं कहता हूँ कि भारत अमेरिका से बड़ी शक्ति बनेगा...वो मान लेती है. मैं कहता हूँ कि यदि चीन ने हम पर हमला किया तो हम एक दिन में उस पर कब्ज़ा कर लेंगे....वो मान लेती है.

पहला आदमी=और तुम उसकी कौन सी बातें मानते हो???

दूसरा आदमी=वो कहती है कि सुबह चाय सात बजे बनाना...मैं मान लेता हूँ. वो कहती है कि आज नाश्ते में इडली बनाओ....मैं मान लेता हूँ. वो कहती है कि आज रात को बर्तन धोने के बाद ही सोना॥मैं मान लेता हूँ।