पति की चिंता ...(चुटकुला)

एक स्त्री को डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया. शवयात्रा निकली जाने लगी, रास्ते में महिला की अर्थी खम्बे से टकरा गई...


टकराने के कारण से महिला का शव सड़क पर गिर पड़ा और तभी उस महिला की साँस लौट आई. वो जीवित हो उठी. सब ख़ुशी-ख़ुशी उसे लेकर घर वापस आ गए.

लगभग तीन साल बाद फिर उस महिला का देहांत हो गया. अबकी शवयात्रा निकाले जाने पर सभी शामिल लोग बोल रहे थे "राम-नाम सत्य है, राम-नाम सत्य है"

.
.
.
.
.
.

और उस महिला का पति कहता जा रहा था - "खम्बा बचा के, खम्बा बचा के."

कोई टिप्पणी नहीं: